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Sunday, June 7, 2009

गिलहरी का ममत्व

केले के पेंड़ में फूल खिला और कुछ दिनों में उसमें फल भी लगे. गिलहरी ने एक-एक रेशा जोड़्कर अपना घोंसला बनाया.ज्यों-ज्यों केले के फल बढ़्ते गए घोंसला सिकुड़्ता गया. गिलहरी ने उसमें बच्चे दिए. बंदरों ने केले के पेड़ को तोड़ दिया. केले के घर के साथ ही गिलहरी का घोंसला बच्चों सहित जमीन पर आ गिरा' माली ने केले के घर से घोंसला बाहर कर दिया . गिलहरी अपने बच्चे को एक-एक कर सुरक्षित स्थान पर ले गई. इसी को कहते हैं मां का ममत्व.-शमशेर अहमद खान

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