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Sunday, August 1, 2010

नाव गाड़ी पर या गाड़ी नाव पर








भारतीय रेल विश्व की गिनी-चुनी रेलों में एक है जो सर्वाधिक यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने का न केवल काम करती है बल्कि इसके अलावा भी वह राष्ट्र की खुशहाली के लिए हर तरह की सेवाएं भी देती है. विगत दिनों खेतों में दौड़ने वाले ट्रैक्टर की एक खेप को अपनी मंजिल तक ले जाते हुए कैमरे के लेंस ने पकडा जो आपके समक्ष प्रस्तुत है…….

1 comment:

  1. आपने एकदम सही ट्रेन पकड़ी है। भारतीय रेल के अनेक चेहरे हैं--खुशहाल भी, बदहाल भी और बदनाम भी। उनमें से एक खुशहाल चेहरा आपने दिखाया है, धन्यवाद। एक अन्य चेहरा आप इस ब्लॉग़ पर देख सकते है--http://apnadaur.blogspot.com
    post name is 'Dhoodhwale bhaiya'

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