रिपोर्ट
बिन पानी सब सून
शमशेर अहमद खान
नई दिल्ली, विगत दिनों दिवंगत पत्रकार कंचना की स्मृति में छठा कंचना स्मृति व्याख्यानमाला और पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया.इस वर्ष कंचना स्मृति पुरस्कार सुविख्यात सामाजिक कार्यकर्ता और चिंतक श्री विजय कुमार सिंह को प्रदान किया गया. श्री सिंह अखिल भारतीय शांति सेना के संगठनकर्ता हैं और गांधीवादी विचारों के प्रबल समर्थक हैं. आपका कार्यक्षेत्र बनारस, सारनाथ और आसपास के ग्रामीण इलाके रहे हैं. उन्होंने अखिल भारतीय शांति सेना और लोकचेतना मंच के तत्वाधान में 68 युवा और शांति कैंप लगा चुके हैं.
इस अवसर पर बोलते हुए भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव श्री गोविंदाचार्य ने वर्तमान कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका तीनों अंगों में आ रही नैतिक गिरावट और मायावाद पर गहरी चिंता व्यक्त की. साथ ही उन्होंने मायावादी प्रवृति में चौथे स्तंभ पर भी सवालिया निशान लगा दिया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सोमपाल शास्त्री ने सैद्धांतिक तौर पर विश्व की श्रेष्ठ शासन प्रणाली में लोकतंत्र को बेहतर प्रणाली बताया और उन्होंने सिद्धांत्तः भारत के चारों स्तंभों पर अपनी बेबाक टिप्पणी देते हुए किसी को भी कमजोर कड़ी नहीं समझा.
वरिष्ठ पत्रकार श्री राहुल देव ने चौथे स्तंभ पर हावी हो रहे प्रबंधतंत्र की ओर संकेत करते हुए किसी ऐसी चर्चा को खारिज कर दिया कि जब तक मीडिया से जुडा प्रबंधतंत्र शामिल नहीं होगा तब तक चौथे स्तंभ पर की गईं बातें बेमानी है.
वरिष्ठ पत्रकार श्री अरविंद कुमार सिंह ने कंचना स्मृति व्याख्यानमाला से संबंधित अभी तक आयोजित किए गए कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी और कंचना की उन सारी खूबियों का स्मरण किया जिनसे वे एक आदर्श पत्रकार प्रतिस्थापित हुई थीं.
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रामकृपाल सिंहा,प्रतिष्ठित गांधीवादी विचारक डॉ. रामजी प्रसाद,उ.प्र. के पूर्व शिक्षा मंत्री श्री बालेश्वर त्यागी, सर्वश्री रजनीश कुमार, रामाशीष राय, महाचंद्र सिंह,देवदत्त,प्रबाल मैत्र,अर्विंद मोहन,अजय कुमार,जवाहर लाल कौल,बनारसी सिंह,अरूण खरे,जै प्रकाश त्रिपाठी, अमिताभ,उमेश चतुर्वेदी और कैलाश जी सहित अनेक गणमान्य जन मौजूद थे.
--------शमशेर अहमद खान,2-सी,प्रैस ब्लॉक, पुराना सचिवालय, सिविल लाइंस, दिल्ली-110054
बिन पानी सब सून
शमशेर अहमद खान
नई दिल्ली, विगत दिनों दिवंगत पत्रकार कंचना की स्मृति में छठा कंचना स्मृति व्याख्यानमाला और पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया.इस वर्ष कंचना स्मृति पुरस्कार सुविख्यात सामाजिक कार्यकर्ता और चिंतक श्री विजय कुमार सिंह को प्रदान किया गया. श्री सिंह अखिल भारतीय शांति सेना के संगठनकर्ता हैं और गांधीवादी विचारों के प्रबल समर्थक हैं. आपका कार्यक्षेत्र बनारस, सारनाथ और आसपास के ग्रामीण इलाके रहे हैं. उन्होंने अखिल भारतीय शांति सेना और लोकचेतना मंच के तत्वाधान में 68 युवा और शांति कैंप लगा चुके हैं.
इस अवसर पर बोलते हुए भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव श्री गोविंदाचार्य ने वर्तमान कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका तीनों अंगों में आ रही नैतिक गिरावट और मायावाद पर गहरी चिंता व्यक्त की. साथ ही उन्होंने मायावादी प्रवृति में चौथे स्तंभ पर भी सवालिया निशान लगा दिया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सोमपाल शास्त्री ने सैद्धांतिक तौर पर विश्व की श्रेष्ठ शासन प्रणाली में लोकतंत्र को बेहतर प्रणाली बताया और उन्होंने सिद्धांत्तः भारत के चारों स्तंभों पर अपनी बेबाक टिप्पणी देते हुए किसी को भी कमजोर कड़ी नहीं समझा.
वरिष्ठ पत्रकार श्री राहुल देव ने चौथे स्तंभ पर हावी हो रहे प्रबंधतंत्र की ओर संकेत करते हुए किसी ऐसी चर्चा को खारिज कर दिया कि जब तक मीडिया से जुडा प्रबंधतंत्र शामिल नहीं होगा तब तक चौथे स्तंभ पर की गईं बातें बेमानी है.
वरिष्ठ पत्रकार श्री अरविंद कुमार सिंह ने कंचना स्मृति व्याख्यानमाला से संबंधित अभी तक आयोजित किए गए कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी और कंचना की उन सारी खूबियों का स्मरण किया जिनसे वे एक आदर्श पत्रकार प्रतिस्थापित हुई थीं.
इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रामकृपाल सिंहा,प्रतिष्ठित गांधीवादी विचारक डॉ. रामजी प्रसाद,उ.प्र. के पूर्व शिक्षा मंत्री श्री बालेश्वर त्यागी, सर्वश्री रजनीश कुमार, रामाशीष राय, महाचंद्र सिंह,देवदत्त,प्रबाल मैत्र,अर्विंद मोहन,अजय कुमार,जवाहर लाल कौल,बनारसी सिंह,अरूण खरे,जै प्रकाश त्रिपाठी, अमिताभ,उमेश चतुर्वेदी और कैलाश जी सहित अनेक गणमान्य जन मौजूद थे.
--------शमशेर अहमद खान,2-सी,प्रैस ब्लॉक, पुराना सचिवालय, सिविल लाइंस, दिल्ली-110054