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Monday, March 1, 2010






















होली की शुभकामनाएं












अलसाए मन में कैसी उमंग है,






बसंती हवाओं में बिखरी सुगंध है.






मौजों के ऊपर से चंदा झांक रहा,






छाया यह कैसा मदहोशी रंग है.












आज होली है, और जड़ तथा चेतन जगत एक अजब से उल्लास से उल्लसित है.धरती के इस उल्लास में भला चंद्रमा भी क्यों पीछे रहता. ऐसे ही किंहीं लम्हों को कैमरे के लेंस से देखने की कोशिस की है. आप भी देखें....

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